अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति जो बाइडन को निशाने पर लेते हुए चीन के साथ युद्ध को लेकर चेताया।
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टिकटॉक को नहीं मिलेगी कोई रियायत, 15 सितम्बर तक करे डील फाइनल, नहीं तो बैन के लिए रहे तैयार: डोनाल्ड ट्रम्प
अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प टिकटॉक को किसी भी तरह की रियायत देने के मूड में नज़र नहीं आ रहे है. मिशिगन में एक चुनावी रैली को सम्भोधित करते हुए उन्होंने कहा की बाइटडांस अगर 15 सितम्बर तक अपने वीडियो ऐप टिकटॉक को किसी अमरीका की कंपनी को नहीं बेचती है तो अमरीका की सरकार उसपर प्रतिबंध लगा देगी. उन्होंने ये भी साफ़ कर दिया की 15 सितम्बर के बाद इस मोहलत को किसी भी कीमत पर नहीं बढ़ाया जायेगा.
एलएसी पर चीनी घुसपैठ की कोशिशों के बीच अमेरिका ने चीन को चेताया,पढ़ें
चीन की अवैध घुसपैठ की कोशिशें थमती नजर नही आ रही हैं। पीएलए लगातार भारतीय सीमा में घुसपैठ और कब्जे की अवैध कोशिश में लगी है हालांकि भारतीय सेना की तत्परता और आक्रामक रवैये से वह अब तक अपने नापाक इरादों में नाकाम रही है। हाल के दिनों की बात करें तो 29 अगस्त से लेकर अभी तक चीन कई बार यथास्थिति को बदलने की कोशिश कर चुका है।
बहन ने ट्रम्प को बताया धोखेबाज, ट्रम्प बोले- इसकी परवाह कौन करता है?
डोनाल्ड ट्रम्प शायद अमेरिका के सबसे विवादित राष्ट्रपति हैं यह कहना गलत नही होगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह अपने काम से ज्यादा अपने बयानों और विवादों की वजह से चर्चा में रहते हैं। अभी एक दिन पहले ही एक पोर्न स्टार को उन्हें 33 लाख रुपये का जुर्माना अदा करने का आदेश एक कोर्ट ने सुनाया था और अब ट्रम्प की सगी बहन ने कहा है कि उनका भाई झूठा और धोखेबाज है।
मोदी की सुरक्षा के लिए एयरफोर्स वन की तर्ज पर तैयार हुआ एयर इंडिया वन, मिसाइल डिफेंस सिस्टम से लैस होगा विमान
हवा में भी प्रधानमन्त्री मोदी की सुरक्षा को फुलप्रूफ बनाने के लिए अगले हफ्ते भारत में एअर इंडिया वन लैंड करेगा. अत्याधुनिक तकनीक से लैस इस विमान को अमरीका के राष्ट्रपति के विमान एयरफोर्स वन की तर्ज़ पर बनाया गया है. VVIP सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने विशेष रूप से दो चौड़ी बॉडी के बोइंग 777-300ERs तैयार करवाए है. एक विमान प्रधानमंत्री के लिए होगा और दूसरा राष्ट्रपति के लिए.
चीनी कंपनियां अब यह लिख झांसा दें रही हैं, कहीं आप भी तो नही हुए कंफ्यूज?
लद्दाख की गलवान वैली में भारत और चीनी सैनिकों में हुई झड़प के बाद से ही चीनी सामान और एप्प पर प्रतिबंध और उसके बहिष्कार की मांग तेज हो गई थी। इस मांग को देखते हुए सरकार ने भी एक के बाद एक कई फैसले लिए। 59 चीनी एप्प को बैन कर दिया गया। कई वस्तुओं के आयात पर रोक लगा दी गई और यहां तक कि ऑनलाइन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स को भी यह कहा गया कि आप वस्तुओं के बारे में जानकारी सार्वजनिक करें कि कहीं वह मेड इन चाइना तो नही है?