प्रियंका गांधी से खफा नवजोत सिंह सिद्धू, धूरी में रैली को संबोधित करने से किया इनकार

पंजाब कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू 2022 के विधानसभा चुनावों के लिए चरणजीत सिंह चन्नी को अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नामित किए जाने से नाराज हैं। सिद्धू ने सार्वजनिक रूप से चन्नी की उम्मीदवारी का समर्थन किया हो सकता है

किसानों की अंतिम अरदास में पहुंची प्रियंका, मंच पर नही मिली जगह

लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हुए बवाल के दौरान मारे गए किसानों की आत्मा की शांति के लिए आज अंतिम अरदास यानि श्रद्धांजलि सभा का कार्यक्रम जारी रखा गया था। इस श्रद्धांजलि सभा के लिए करीब 30 एकड़ इलाके में इंतजाम किए गए थे।

लखीमपुर खीरी में हिंसक बवाल कई लोगों की मौत, राजनीति हुई गर्म, हिरासत में प्रियंका गांधी

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में रविवार को हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत के घटना के बाद सियासी माहौल गर्म है

Watch Video: रेप के आरोपी को टिकट देने का कांग्रेस की महिला नेता ने किया विरोध, पार्टी कार्यकर्ताओं ने जमकर पीटा

उत्तर प्रदेश के देवरिया में टिकट बटवारे को लेकर हुए हंगामे में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने अपनी ही महिला नेता को सरेआम पीट दिया. इस घटना का वीडियो अब तेज़ी से वायरल हो रहा है.

हाथरस मामले में योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, एसपी-डीएसपी समेत 5 सस्पेंड, नार्को टेस्ट के आदेश

राज्य सरकार ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए हाथरस के एसपी विक्रांत वीर, डीएसपी और इलाके के सब इंस्पेक्टर समेत कुल 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।

हाथरस गैंगरेप पीड़िता ने सफदरजंग अस्पताल में तोड़ा दम, प्रियंका गाँधी ने ट्वीट यूपी की क़ानून वयस्था पर उठाया सवाल

उत्तर प्रदेश के हाथरस गैंगरेप की 19 वर्षीय पीड़िता ने आज सुबह दिल्ली के अस्पताल में दम तोड़ दिया. अस्पताल के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पीड़िता की स्तिथि शुरू से गंभीर बनी हुई थी. सुबह 6 बजे उसने अंतिम सांस ली.

कांग्रेस में बड़े बदलाव की मांग को लेकर 23 बड़े नेताओं ने लिखी चिट्टी,गांधी परिवार को बताया अहम

कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की शिथिलता और खोते जनाधार के बीच कांग्रेस के 23 बड़े नेताओं ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिख बड़े और सार्थक परिवर्तन की मांग उठाई है। यह चिट्ठी ऐसे वक्त में सामने आई है जब इसी महीने सोनिया गांधी का अध्यक्ष पद पर कार्यकाल पूरा हो रहा है, सोमवार को कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक है और पार्टी का एक धड़ा दुबारा राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की मांग कर चुका है।

सदन में आपसी कलह ढकने की कोशिश, गहलोत ने हासिल किया विश्वास मत, सचिन बोले- मजबूत योद्धा हूँ

सचिन-गहलोत के हाथ मिले हैं दिल नही और ऐसा इसलिए लगा क्योंकि सचिन पायलट की सीट बदल दी गई थी।

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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता राजीव त्यागी का निधन, पढ़ें किसने क्या कहा

घर में अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और वे बेहोश हो गए. बेहोशी की हालत में उन्हें यशोदा अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के अंदर की “माँ” कहाँ है?

अब तक एक महीने में सैकड़ों बच्चे मौत के मुंह मे जा चुके हैं। सत्ता में कांग्रेस है। सीएम कह रहे हैं कि ऐसा होता है। स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा कह रहे हैं क्या फर्क पड़ता है? ऐसे में प्रियंका गांधी और राहुल गांधी की मासूमियत बरबस याद आ गई।

क्या मोदी के खिलाफ राहुल से बढ़िया विकल्प बन सकती थी प्रियंका ?

पर्दे के पीछे सोनिया के अध्यक्ष रहते या अब राहुल के अध्यक्ष बनने के बाद कई अहम मौकों पर प्रियंका ने कमान संभाली है।

राहुल का राजनीतिक भविष्य

2018 में तीन राज्यों में कांग्रेस को बेशक जीत मिली हो और अध्यक्ष के तौर पर राहुल श्रेय ले भी रहे हैं लेकिन इसके बावजूद यहां समझने की जरूरत है कि यह नतीजे कांग्रेस की जीत के नही हैं

बीजेपी ने लोकसभा के लिए खेला सबसे बड़ा दांव, कांग्रेस में हड़कंप

2019 लोकसभा की बात करें तो कांग्रेस अलग थलग है लेकिन दम्भ भर रही है, वहीं क्षेत्रीय दल भी सत्ता के शीर्ष पर पहुंचने का ख्वाब बुन रहे हैं।

राहुल-मोदी दोनों में एक समानता, आज की पीढ़ी को सीख लेने की जरूरत

दोनो नेताओं का अपनी-अपनी माँ के प्रति सम्मान और प्यार। राहुल जहां सोनिया के लाडले हैं वहीं मोदी भी कोई ऐसा मौका नही छोड़ते जहां माँ से मिलने की बात आती है।

यूपी में अपने ही बनाए जाल में फंसी बीजेपी

कांग्रेस ने सपा-बसपा पर दबाव बनाने के मकसद से दोनों सीटों पर सपा प्रमुख अखिलेश के मना करने के बावजूद प्रत्याशी खड़े किए। इसके पीछे मकसद यह था कि या तो सपा झुके और एक एक सीट पर बात बने

राहुल के सामने बतौर अध्यक्ष हैं यह बड़ी चुनौतियां, इनसे पार पा गए तो मोदी पर पड़ेंगे भारी

राहुल के सामने सबसे बड़ी चुनौती कांग्रेस की छवि के साथ अपनी छवि को सुधारना है। कार्यशैली में बदलाव लाना है क्योंकि कांग्रेस आज भी नेहरू इंदिरा वाली कांग्रेस है इसमें कुछ भी नयापन नजर नही आता।