कांग्रेस के सितारे 2014 के बाद से लगातार गर्दिश में हैं। पार्टी एक एक सीट पर जीत के लिए तरसती दिखी है। इन चार सालों में एक भी ऐसा चुनाव नही रहा (अगर पंजाब को छोड़ दें तो) जहां पार्टी ने सत्ता हासिल की हो या सम्मानजनक प्रदर्शन किया है। जहां तक हुआ है वह नुकसान ही हुआ है फायदा नही। ऐसे में इस गिरती लोकप्रियता के बीच सैकडों ऐसे नेता हैं जो अलग अलग राज्यों में कांग्रेस का दामन छोड़ बीजेपी के साथ जा मील हैं। और तो और वह जीत हासिल कर मंत्री, विधायक या कुछ न कुछ पद भी हासिल कर चुके हैं। ऐसे ही एक नेता जो असम की बीजेपी सरकार में मंत्री हैं और कांग्रेस में 23 साल रहने के बाद बीजेपी में शामिल हुए हैं। उनका नाम है हेमंत बिस्वा सरमा।
हाल ही में वह एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में पहुंचे थे जहां उन्होंने अपने भाषण में कहा कि मैंने अपनी जिंदगी के 23 साल कांग्रेस में रहते हुए व्यर्थ गंवा दिए। आज जब मैं उस दौर को याद करता हूँ तो मुझे अफसोस होता है। यही वजह है कि आज जब कांग्रेस के साथी मुझसे मिलते हैं तो मैं उन्हें कॉन्ग्रेस छोड़ बीजेपी में आने की सलाह देता हूँ। हेमंत ने यह भी कहा कि अगर उनका वश चले तो वह राहुल और सोनिया को छोड़ सभी नेताओं को बीजेपी में शामिल करा देंगे। उन्होंने कांग्रेस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह परिवार की पार्टी है वहां आप सोनिया या राहुल के साथ बैठ डिनर नही कर सकते जबकि अमित शाह के डाइनिंग हॉल का दरवाजा सभी के लिए हमेशा खुला है। यहां उचित सम्मान मिलता है।