बिहार में आज शाम 5 बजे दूसरे चरण के लिए प्रचार थम जाएगा. 3 नवंबर को 17 जिलों की 94 सीटों पर मतदान होना है. इसलिए सभी पार्टियां आज ज्यादा ऐसे ज्यादा रैलियां कर मतदाताओं को लुभाने का प्रयास कर रही है. इसी क्रम में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बिहार में 4 रैलियां करेंगे.
बिहार की सत्ता में पिछले 15 साल से नितीश कुमार काबिज़ है और उनकी पार्टी JDU के लिए दूसरा चरण सबसे ख़ास है. NDA गठबंधन में JDU इस चरण में अपने सबसे ज्यादा उमीदवार मैदान में उतार रहा है जिसमें मौजूदा विधायकों की संख्या भी सबसे ज्यादा है. NDA गठबंधन में JDU को 122 सीटें मिली है जिसमें से 7 उसने हम पार्टी को देदी है.
पहले चरण में JDU के 35 उमीदवार चुनावी मैदान में थे. वहीँ दूसरे चरण में पार्टी की तरफ से सबसे ज्यादा यानि 43 उम्मीदवार मैदान में है. वहीँ 37 उम्मीदवार आखरी चरण में अपनी किस्मत आजमाएंगे.
दूसरे चरण में JDU के दो दिग्गज मंत्री भी मैदान में है. नालंदा से श्रवण कुमार और हथुआ से राम सेवक सिंह को पार्टी ने उतारा है. दूसरे चरण में 43 में से 19 सीटों पर JDU ने नए उमीदवार उतारे है. पार्टी ने इन उम्मीदवारों को उतारकर एक बड़ा जुआ खेला है. वहीँ दूसरे चरण की कुछ सीटें बीजेपी के पाले में जाने की वजह से कुछ नेता JDU से नाराज़ होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे है जिसमें बैकुंठपुर से मंजीत सिंह और तलैया से शैलेंदर कुमार है.
नितीश कुमार ने अब तक 6 बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपत ली है जो अब तक प्रदेश में सर्वाधिक है. तो क्या नितीश कुमार सातवीं बार शपत लेंगे और फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे या विपक्ष में बैठेंगे. नितीश कुमार हर रोज़ 5-6 चुनावी रैलियां कर रहे है. NDA के स्टार प्रचारकों ने बिहार में डेरा डाला हुआ है. नितीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाने को NDA की सरकार फिर से लाने में वह कोई कसार नहीं छोड़ना चाह रहे.
वहीँ दूसरी ओर महागठबंधन की तरफ से तेजस्वी यादव और राहुल गाँधी ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है. अब यह तो आने वाला वक़्त ही बताएंगे की कौन बिहार का चुनाव जीतता है मगर JDU के लिए दूसरे चरण का मतदान बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है.
बिहार और बंगाल में अब इस मुद्दे को उठाएगी बीजेपी, अब तक मिलता रहा है फायदा, जानें
चुनावों के बीच बिहार से ‘गायब’ हुआ कोरोना, हैरान करने वाले हैं आंकड़े