राजनीति के हर फैसले बहुत देखभाल और सोच समझ कर लिए जाते हैं। हालांकि यह फैसले कब कैसे क्यों और कब लिए जाते हैं यह बिल्कुल अंतिम वक़्त यानी कि या तो चुनाव से पहले या नतीजों के बाद ही पता लगता है। इन दिनों मीडिया में एक बात की चर्चा बहुत प्रबल है। यह चर्चा है कि आखिर पीएम मोदी 2019 के लोकसभा चुनाव कहाँ से लड़ेंगे? इस सवाल का जवाब न तो अभी बीजेपी की तरफ से आधिकारिक रूप से दिया जा रहा है न कभी पीएम ने इस बात की कहीं कोई चर्चा की है कि वह बनारस से ही लड़ेंगे या अपना चुनावी क्षेत्र बदलेंगे। ऐसे में अनुमान और आकलन ही किया जा सकता है।
सबसे पहले आपको यह बता दें कि आखिर कहां-कहां से मोदी के चुनाव लड़ने की संभावना,अनुमान या आमंत्रण है। पहली खबर जो जोर शोर से उठी वह यह थी कि पीएम बनारस को छोड़ पटना से चुनाव लड़ सकते हैं। इसके पीछे तर्क दो थे। पहला बिहार में बीजेपी की कमजोर स्थिति को देखते हुए और वहां से पूर्वांचल को भी साधा जा सकता है। दूसरा यह कि शत्रुघन सिन्हा बीजेपी से नाराज हैं। ऐसे में तय है कि बीजेपी उन्हें टिकट नही देगी। इसके बाद चर्चा उठी दक्षिण के किसी राज्य के किसी सीट से चुनाव लड़ने की। इनमे पहली सीट सिकंदराबाद थी जबकि दूसरे में महज यह अनुमान लगाया गया कि दक्षिण में पांव पसारने की रणनीति के तहत बीजेपी यह कारनामा कर सकती है। अब तीसरी चर्चा में बात ओडिसा के पुरी सीट से चुनाव लड़ने की है। ऐसे में सवाल जस का तस है कि आखिर मोदी अकेले कहाँ कहाँ से चुनाव लड़ेंगे? इसका जवाब पाने के लिए फिलहाल इंतजार करना होगा।