मुम्बई में बीजेपी की सत्ता में सहयोगी पार्टी शिवसेना के मुखिया उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर बीजेपी और मोदी सरकार की नीतियों पर जम कर हमला बोला है। उद्धव ने यह हमला दशहरा के मौके पर शिवाजी मैदान में आयोजित रैली को संबोंधित करते हुए बोला है।
शिवसेना प्रमुख ने अपने भाषण में नोटबंदी से नीतीश और महबूबा से लेकर महंगाई तक के मुद्दे पर मोदी सरकार की आलोचना करते हुए जम कर खरी खोटी सुनाई। उद्धव ने कहा कि नीतीश और महबूब कुछ भी बोलें गाली भी दें तो वो अच्छे हैं लेकिन शिवसेना अगर गर्व से कहे कि हम हिन्दू हैं तो दिक्कत है।
उद्धव ने हिंदुत्व के मुद्दे पर आगे बोलते हुए कहा कि हमें किसी से देशभक्ति सीखने की जरूरत नही है। उन्होंने बीजेपी के एक विधान एक निशान के नारे पर सवाल उठाते हुए कहा कि जम्मू में बीजेपी महबूबा के साथ मिल कर सत्ता में है लेकिन धारा 370 के बारे में कोई ठोस कदम नही उठाया गया।
उद्धव ने अच्छे दिन के नारे पर बीजेपी को घेरते हुए कहा कि लोग आज भी अच्छे दिन का इंतजार कर रहे हैं पता नही यह दिन कब आएंगे। उन्होंने महंगाई, बेरोजगारी से लेकर रोहिंग्या मुस्लिमों के मुद्दे पर भी मोदी सरकार को घेरा।
रोहिंग्या मुद्दे पर बोलते हुए उद्धव ने कहा कि यह देश की सुरक्षा के लिए खतरा हैं और इन्हें किसी भी कीमत पर देश मे घुसने की इजाज़त नही दी जानी चाहिये। उन्होंने यह भी कहा कि जब बांग्लादेश जैसे इस्लामिक देश इन्हें अपनाने को तैयार नही हैं तो हम क्यों इन्हें शरण दें?
बुलेट ट्रेन और हाल ही में मुम्बई के स्टेशन पर मची भगदड़ को एक दूसरे से जोड़ते हुए उद्धव ने कहा कि हमें बुलेट ट्रेन नही बुनियादी सुविधाएं मिलें यही काफी होगा।आपको बता दें कि उद्धव से पहले महाराष्ट नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे भी बुलेट ट्रेन पर अपना विरोध दर्ज करा चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि यह कोई पहला मौका नही जब उद्धव इस तरह बीजेपी के खिलाफ बोलते नजर आए है। इससे पहले भी शिवसेना के मुखपत्र सामना में अपने संपादकीय के माध्यम से वहः कई बार सरकार के खिलाफ लिख कर बीजेपी को असहज स्थिति में डाल चुके हैं। हालांकि उद्धव के किसी भी बयान के बाद बीजेपी की तरफ से कोई बड़ा बयान नही आया ऐसे में या तो सरकार चलाने के लिए शिवसेना बीजेपी की मजबूरी है या यह आगे की रणनीति का एक हिस्सा है!