अब बसपा सुप्रीमो मायावती भी आई ओबीसी जनगणना के समर्थन में

अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) वर्ग जनगणना को लेकर जारी बहस के बीच आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती भी इस मामले में बात रखती हुई नजर आई हैं। मायावती ने इस मसले पर मोदी सरकार को समर्थन देने का ऐलान किया है।

उत्तर प्रदेश में एक और चुनाव से अलग हुई बसपा, सुप्रीमो मायावती ने सपा को घेरा

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने यह ऐलान किया है कि अब वह ब्लॉक प्रमुख चुनाव नहीं लड़ रही है। इससे पहले उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव से अलग होने की बात भी कही थी। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष और अब ब्लॉक प्रमुख चुनाव में सरकारी तंत्र, धनबल और हिंसा का ऐसा घोर दुरुपयोग समाजवादी पार्टी(सपा) के शासन की यादें दिलाता है।

मायावती ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान को आड़े हाथों लेते हुए बताया मुख में राम, बगल में छुरी जैसा

बसपा अध्यक्ष मायावती ने शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर मीडिया को संबोधित करते वक्त पलटवार करते हुए कहा कि मोहन भागवत का धर्म को लेकर उनका बयान मुख में राम और बगल में छुरी जैसा था।

बसपा के किनारा करने के बाद दलित वोटरों में सेंध लगाने के लिए इस पार्टी के साथ आए एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी

उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर बसपा अध्यक्ष मायावती ने अपना रुख पहले ही साफ करते हुए कह दिया है कि प्रदेश में वह किसी के साथ गठबंधन में नहीं है। यहां तक कि पंजाब में होने वाले चुनावों को लेकर शिरोमणि अकाली दल के सिवा वह अन्य किसी भी प्रदेश में किसी भी दल के साथ नहीं जुड़ी हैं।

मायावती ने 2022 विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का किया ऐलान, नहीं लड़ेंगी इस बार के जिला पंचायत का चुनाव

बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्षा मायावती ने रविवार को बताया कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में अकेले लड़ेगी। ये विधानसभा चुनाव अगले साल होने वाले हैं। दोनों राज्यों में पार्टी का किसी के साथ गठबंधन ना होने की बात उन्होंने साफ की है। ऐसे में अब उन्होंने जिला पंचायत चुनाव भी ना लड़ने की बात कही है।

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लव जिहाद पर बोले योगी- नही सुधरे तो राम नाम सत्य की यात्रा निकलेगी

योगी ने अपने भाषण में आगे कहा,’ इस देश में चोरी छिपे, नाम छुपाकर और धर्म छुपाकर के जो लोग बहन बेटियों के साथ खिलवाड़ करते हैं, उनको पहले से मेरी चेतावनी है। अगर वे सुधरे नहीं तो राम नाम सत्य है की यात्रा अब निकलने वाली है।’

मायावती को अखिलेश से गठबंधन पर पछतावा,कहा-केस वापस लेकर गलती कर दी

उत्तरप्रदेश के राजनीति के दो परस्पर विरोधी जब साथ मिले थे तो सभी को यह आश्चर्य हुआ था कि ऐसा कैसे हुआ और क्यों हुआ। खैर यह गठबंधन फ्लॉप रहा और यूपी में बीजेपी की सरकार बन गई।

कमलनाथ के बिगड़े बोल पर मचा सियासी घमासान, मुख्यमंत्री शिवराज करेंगे मौन प्रदर्शन, सिंधिया इंदौर में देंगे धरना

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा बीजेपी की प्रत्यासी इमरती देवी पर की गई आपत्तिजनक टिपण्णी पर सियासी बवाल तेज़ हो गया है. इस बयान के विरोध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज भोपाल विधानसभा में 2 घंटे गाँधी की मूर्ति के सामने मौन व्रत रख प्रदर्शन करेंगे.

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हाथरस केस में सीएम योगी ने दिए सीबीआई जांच के आदेश, पढ़े

सीबीआई जांच के आदेश से पहले आज दिन में यूपी के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी और डीजीपी भी पीड़िता के परिवार से मिलने पहुंचे थे। ऐसे में माना जा रहा है कि उनसे मिली जानकारी के बाद ही सीबीआई जांच की अनुशंसा की गई है।

कल पप्पू तो आज कुशवाहा ने बनाया नया मोर्चा, क्या होगा अंजाम?

एक समय बीजेपी सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे उपेंद्र कुशवाहा आज न एनडीए में रहे न महागठबंधन में, अब इसे उनकी अपनी निजी महत्वाकांक्षा कहें या वाकई सिद्धान्तों से समझौता न करने की जिद्द लेकिन वह कहीं टिक नही सके। अब वह दिल्ली दरबार से लेकर पटना तक दौड़ लगा खाली हाथ वापस लौटे और इसके बाद उन्होंने राज्य की जनता को एक नया विकल्प देने के नाम पर नए मोर्चे के एलान किया है।

क्या यूपी की राजनीति में आएगा नया मोड़, इस बड़े नेता पर डोरे डाल रही बीजेपी

केशव ने शिवपाल सिंह यादव को ऑफर देने के लहजे में बोलते हुए कहा कि शिवपाल चाहें तो बीजेपी में अपने दल का विलय कर लें।

एक ऐसा इंटरव्यू जिसने राजनीतिक गलियारों में मचाया तूफान, गठबंधन पस्त, बीजेपी मस्त

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस-बसपा गठबंधन की किसी भी संभावना से इनकार कर दिया है वहीं बीजेपी को अप्रत्यक्ष तौर पर फौरी राहत भी दे दी है।

क्या यूपी की राजनीति में आएगा नया मोड़, इस बड़े नेता पर डोरे डाल रही बीजेपी

केशव ने शिवपाल सिंह यादव को ऑफर देने के लहजे में बोलते हुए कहा कि शिवपाल चाहें तो बीजेपी में अपने दल का विलय कर लें। वह गठबंधन के बाबत बोल रहे थे।

सड़क से सोशल मीडिया तक मचा राजनीतिक बवाल, क्या अब लद रहा दलित राजनीति का वक़्त ?

इस राजनीति की धुरी में कोई एक दल फिलहाल नही है लेकिन इतना तय है कि अगर राजनीति में विरोध का नया स्वर बुलंद हुआ तो इसका सबसे ज्यादा नुकसान वर्तमान में बीजेपी को होगा। इसके पीछे वजह खास है, वह वजह है कि विरोध बीजेपी का वोट बैंक माने जाने वाले स्वर्ण समाज की तरफ से है।

क्यों सोया है पुलिस प्रशासन, क्या किसी बड़ी घटना का है इंतजार?

आज भी आम जनता थानों के चक्कर लगा रही है और पुलिस प्रशासन न जाने कौन सी कुम्भकर्णी नींद सो रहा है। माहौल ऐसा है कि न सरकार के आदेशों का पालन हो रहा है न उचित कार्रवाई।

एकजुट विपक्ष के लिए ममता-सोनिया का मोदी के खिलाफ यह आखिरी दांव,पढ़ें

यह दांव है बिना पीएम उम्मीदवार या चेहरे के चुनाव लड़ना। उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो हाल ही में दिल्ली पहुंची ममता बनर्जी और सोनिया गांधी की मुलाकात के बाद यह सामने आया है कि विपक्ष चुनाव बिना किसी चेहरे पर लड़ेगा।

मोदी, राहुल की राह मुश्किल करेंगे अखिलेश-माया

सपा-बसपा के एक होने से मिली हार ने बीजेपी को तगड़ा झटका माना जा रहा है। कांग्रेस गठबंधन में होते हुए भी पूरे परिदृश्य से गायब रही और जमानत तक जब्त करा बैठी।

आज शाह-योगी पर उठ रहे सवाल लेकिन आगे वापसी होगी जोरदार, पढ़ें कैसे

जिस तरह बहुत ही साफगोई से बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस हार को स्वीकार किया वह वाकई काबिले तारीफ है। इसके अलावा यहां यह भी गौर करने वाली बात है कि योगी और शाह दोनो ही नेताओं ने कहा की दो हारे हैं, सारी जीतेंगे।