बिहार में चुनावी सुगबुगाहट तेज हो गई है। आरोप-प्रत्यारोप और एक दूसरे पर हमले बोलने और घेरने की चाल अब नेता और दल चलने लगे हैं। इसी क्रम में जहां तेजस्वी ने पहले सीएम नीतीश कुमार से 15 साल का हिसाब मांगा वहीं नीतीश ने इसके जवाब में अपनी सरकार की उपलब्धियों के साथ लालू-राबड़ी राज के जंगलराज की याद दिलाई। नीतीश ने अपने संबोधन में कोरोना को लेकर प्राप्त उपलब्धियों पर जहां ध्यान दिया वहीं यह भी कहा कि बिहार को अब लालटेन की जरूरत नही रह गई है।
अब तेजस्वी-नीतीश आरोप प्रत्यारोप दौर के बीच लालू प्रसाद की एंट्री ने इस मुकाबले को और दिलचस्प बना दिया है। लालू के जेल में रहते उनका ट्विटर हैंडल उनकी पार्टी के लोग देखते हैं। हालांकि हर एक ट्वीट में लालू के अंदाज़, बयान और भाषा का बहुत ख़्याल रखा जाता है। आज ऐसा ही एक ट्वीट राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के ऑफिसियल ट्विटर हैंडल से किया गया। इस ट्वीट में निशाने पर नीतीश थे और कुछ ऐसे सवाल थे जो बिहार का पलायन करता और बेरोजगार युवा नीतीश से पूछना चाहता है।
लालू के ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा गया कि 15 वर्षों में क्या-क्या काम किया दिखाओ, वर्चुअल-फ़र्चुअल नहीं ऐक्चूअल में बताओ? इसके साथ ही हैशटैग #Bihar rejectsnitish का भी प्रयोग किया गया।इसी ट्वीट के साथ नीतीश कुमार की एक तस्वीर कार्टून के रूप में साझा की गई। इस तस्वीर में लिखा गया नीतीश का प्रसिद्ध चुनावी चूर्ण।
15 वर्षों में क्या-क्या काम किया दिखाओ
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 7, 2020
वर्चुअल-फ़र्चुअल नहीं ऐक्चूअल में बताओ #BiharRejectsNitish pic.twitter.com/F7qhX9pH0Q
इसके साथ ही एक और बात लिखी गई जिसमें नीतीश कहते दिख रहे 15 सालों से दे रहा हूँ कभी कोई कंप्लेन आई क्या? लालू के इस ट्वीट से स्पष्ट है कि जेल में रहते हुए भी लालू आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में बड़ी भूमिका निभाएंगे। उन्हें जमानत मिलने की भी उम्मीद है ऐसे में अगर लालू बाहर आए तो नीतीश की सत्ता में वापसी की राह कठिन होगी।