देश की राजनीति में उतार-चढ़ाव देखने को मिलते रहते हैं। कभी बाज़ी सत्ता पक्ष की तरफ जाती दिखाई देती है तो कभी विपक्ष बाजीगर बन कर अचानक उभर जाता है। ऐसा ही कुछ हाल के दिनों में देखने को तब मिला जब अति आत्मविश्वास से लबरेज कमजोर विपक्ष ने मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। विपक्ष को पता था कि आंकड़े उनके खिलाफ और सरकार के पक्ष में हैं। इज़के बावजूद यह कोशिश 2019 लोकसभा चुनावों से पहले जनता के नजर में खुद को एकजुट दिखाना और सरकार को असहज करना था। हालांकि यह दांव असफल हो गया और अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया।
अब एक और खबर एक प्रतिष्ठित संस्था की तरफ से आई है। यह खबर जहां मोदी सरकार और बीजेपी के साथ एनडीए में शामिल दलों का हौसला बढ़ाने वाली साबित हो सकती है वहीं 2019 की तैयारी में जुटी विपक्ष के लिए बुरी खबर हो सकती है। दरअसल प्रतिष्ठित संस्था ब्लूमबर्ग की ओर से जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 के चुनावों में मोदी आसानी से जीत हासिल करेंगे। इसके अलावा 2024 में भी उनकी वापसी की प्रबल संभावना है।
इसके पीछे वजह के रूप में बताया गया है कि हाल के सालों में मोदी भारत और दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं। इसके अलावा उनकी सोच और सरकार की योजनाओं से अर्थव्यवस्था भले ही प्रभावित हुई है लेकिन जनता का भरोसा कायम है। तीसरी सबसे बड़ी वजह के रूप में यह भी कहा गया है कि मोदी के सामने उन्हें टक्कर देने वाला कोई और नेता फिलहाल न कांग्रेस में है न किसी अन्य दल में,इस वजह से भी उनकी जीत आसान होगी।
आपको बता दें कि यह रिपोर्ट दुनिया के 16 देशों के नेताओं के राजनीतिक भविष्य पर आधारित है। इस रिपोर्ट को कई बिंदुओं के आधार पर तैयार किया गया है। इसमें चीन, अमेरिका, भारत सहित कई अन्य देशों के ताकतवर नेताओं के राजनीतिक भविष्य और कारणों का उल्लेख है। खास बात यह है कि यह रिपोर्ट नेताओं के लंबे समय तक जलवायु परिवर्तन, गरीबी हटाने और शांति कायम करने के प्रयास को सफल बनाने जैसे मुद्दों को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है।
ऐसे में इस रिपोर्ट के आने के बाद बीजेपी के नेताओं और उमर अब्दुल्ला का वह बयान याद आता है जिसमे उन्होंने 2024 में मोदी के खिलाफ तैयारी करने की बात कही थी। यह रिपोर्ट किस हद तक सही साबित होती है यह तो भविष्य में पता लगेगा लेकिन इतना तय है कि कांग्रेस के लिए यह मानसिक तौर पर परेशान करने वाली एक बुरी खबर ही है।