देश की सबसे पुरानी कांग्रेस ने आज अपना 84 वां अधिवेशन मनाया। इस दौरान कांग्रेस की ओर से जारी बयान में मोदी सरकार और आरएसएस पर जम कर निशाना साधा गया। सबसे पहले जहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार, बीजेपी और आरएसएस पर हमला बोला वहीं उनके बाद उनकी माँ और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी उनके सुर में सुर मिलाया। सोनिया के बाद भी अधिवेशन को संबोधित करने आये अन्य नेताओं ने भी राहुल और सोनिया के हां में हां मिलाते हुए एक साथ कहा कि सत्ता पाने के लिए धर्म का दुरुपयोग किया जा रहा है।
पार्टी की तरफ से जारी बयान में राहुल और सोनिया के बयान को आधार बना कहा गया है कि आरएसएस और बीजेपी धर्म की गलत व्याख्या कर रहे हैं और इसका दुरुपयोग कर रहे हैं। साथ ही लोगों की भावनाओं का यह दोहन महज सत्ता के लोभ में किया जा रहा है। आरएसएस को आड़े हाथों लेते हुए पार्टी ने कहा है कि सामाजिक और सांस्कृतिक संगठन का दावा करने वाला यह संगठन महज दिखावे और ढोंग के लिए है। हिन्दू धर्म के सार को उल्लेखित कर पार्टी ने अपने संकल्प में यह भी दोहराया है कि भारतीय संस्कृति सब को साथ लेकर चलने की है न कि किसी धर्म विशेष के नाम का दुरुपयोग का फुट डालने की है। ऐसे में कांग्रेस इन चीजों को दूर करेगी और भेदभाव को मिटा सबको साथ लेकर चलेगी।