यूपी के कन्नौज से भाजपा सांसद सुब्रत पाठक और मंत्री जेपीएस राठौर की हाल में माफिया की गाड़ी पलटने की चेतावनी के बाद मामला गरमा गया है।
गुजरात की जेल में बंद माफिया अतीक अहमद ने अपनी जान को खतरा बताते हुए सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई। मालूम हो कि प्रयागराज में अतीक के करीबी जफर के घर पर बुधवार को योगी आदित्नाथ सरकार बुलडोजर की कार्रवाई कर रही है।
अतीक अहमद की ओर से कहा गया है,उन्हें जान का खतरा बताया है। उन्हें पूछताछ के लिए यूपी ट्रांसफर न किया जाए।अगर यूपी पुलिस की पूछताछ करनी है तो केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी की सुरक्षा में अहमदाबाद में ही उनसे पूछताछ की जाए।
अतीक का कहना है कि हम जांच में सहयोग करने को तैयार है।हालांकि अतीक अहमद की तरफ से यह भी कहा गया है कि वह राजूपाल की हत्या से जुड़े मामले की जांच की मांग करते हुए एक और याचीका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल करेंगे।
अतीक अहमद के वकील खान सौलत हनीफ ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।मालूम हो कि याचिका में अहमदाबाद जेल से यूपी की जेल में प्रस्तावित ट्रांसफर का विरोध किया गया है।
याचिका में कहा गया है कि यूपी सरकार के कुछ मंत्रियों के बयान से ऐसा प्रतीत होता है कि उनका फर्जी एनकाउंटर किया जा सकता है। अगर यूपी भी लाया जाए तो सेंट्रल फोर्स की सुरक्षा में लाया जाए।
वहीं अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर उमेश पाल हत्याकांड की सीबीआई जांच कराने की मांग की है।
उनका कहना है कि इससे सच्चाई सभी के सामने आ जाएगी।शाइस्ता ने पत्र में प्रयागराज से विधायक चुने एक कैबिनेट मंत्री और दो पुलिस अधिकारियों पर अतीक अहमद और बेटों की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है।
शाइस्ता ने लिखा कि वह आगामी चुनाव में महापौर पद की प्रत्याशी हैं। जबकि कैबिनेट मंत्री महापौर पद अपने घर में रखना चाहते हैं। इसलिए उमेश पाल की हत्या कराकर उन्हें फंसाया गया ताकि वह चुनाव से दूर रखा जा सके।
शाइस्ता ने मांग की है कि उनके पति अतीक, देवर अशरफ, बेटों अली और उमर की किसी भी मामले में पेशी जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में कराई जाए।
क्योंकि जेल से बाहर लाने पर उनकी जान पर खतरा है। पूछताछ भी जेल में की जाए। शाइस्ता ने उमेश पाल पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं