बिहार विधानसभा चुनावों की सरगर्मी के बीच वादों और इरादों को दिखाने, बताने और रिझाने का मौसम शुरू हो गया है। अभी बेशक चुनावी महीने के आने में कुछ वक्त शेष है लेकिन दल अपने अपने हिसाब से इसकी योजना में लगे हुए हैं। सत्ताधारी एनडीए और सीएम नीतीश पर जहां सत्ता विरोधी लहर का दबाव है वहीं विपक्ष भी पूरी ताकत के साथ कोसने और विरोध के अपने काम मे अब लगता नजर आ रहा है। इसी बीच ख़बर आई है कि पीएम मोदी बिहार को बड़ी सौगात देंगे।
ख़बरों के मुताबिक पीएम कुल 12 परियोजनाओं की सौगात बिहार को दे सकते हैं। इनमें से अधिकांश भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्रधिकरण (NHAI) द्वारा शुरू और पूरी की जानी हैं। इन परियोजनाओं में राज्य सरकार ने तीन मेगा प्रोजेक्ट्स को रखा है। इसमें मधुपुर में कोसी पर चार-लेन पुल, महात्मा गांधी सेतु के पास गंगा पर चार-लेन पुल और भागलपुर में विक्रमशिला सेतु के समानांतर पुल का निर्माण शामिल है।
इन तीनों मेगा प्रोजेक्ट की आधारशिला पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा रखवाने की लगभग सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इन परियोजनाओं पर 5 हजार 500 करोड़ की राशि खर्च होने की संभावना है। इन योजनाओं का शिलान्यास 11 सितम्बर को हो सकता है।
इसके अलावा NHAI पांच और परियोजनाओ पर विचार कर रही है जिसकी शुरुआत पीएम मोदी के हाथों कराई जा सके। इसमें लगभग 8 हजार 500 करोड़ की लागत वाली पटना से गया के बीच डोभी से होते हुए सड़क निर्माण, बख्तियारपुर-रजौली एनएच, आरा-मोहनिया, पटना रिंग रोड का विस्तार, कन्हौली-रामपुर रोड और पूर्णिया और नरेनपुर के बीच फोर लेन सड़क निर्माण का शामिल है।
इन योजनाओं को लेकर आकलन और अनुमान का दौर शुरू हो गया है। यह सभी जानते हैं कि वक़्त का चयन काफी सोच समझ कर और आने वाले वक्त में नफा नुकसान को देखते हुए किया गया है। साथ ही पीएम की फेस वैल्यू के साथ केंद्र और बिहार में तथाकथित डबल इंजन के नारे को सुदृढ और दिखाने लायक बनाने का शायद ही इससे अच्छा कोई अवसर मिले। खैर जो भी हो जनता और नागरिकों को लाभ मिले इससे भला किसी को क्या आपत्ति हो सकती है?