बिहार में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है। यूँ तो बिहार के लिए यह हर साल की कहानी है लेकिन यह राज्य इस बार आपदा की दोहरी मार झेल रहा है। एक तरफ वैश्विक महामारी कोरोना से जहां राज्य जूझ रहा है वहीं दूसरी तरफ बाढ़ ने जिंदगी को दर-बदर भटकने और मौत से दो-दो हाथ करने को मजबूर कर दिया है। बाढ़ से बिहार के 38 में से 16 जिले बुरी तरह प्रभावित हैं। लाखों की आबादी अपना सब कुछ गंवा कर जान बचाने की जद्दोजहद कर रही है।
सरकारी मदद की घोषणा और उपाय के बावजूद यह ऊंट के मुंह मे जीरा से ज्यादा कुछ नही है। खबरों के मुताबिक लोगों के जीवन को बचाने के लिए इन 16 जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 33 टीमें तैनात की गई हैं। इसी बीच कई जिलों से नाव पलटने की खबरें भी आई हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन घटनाओं में मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है।
खगड़िया, सहरसा एवं दरभंगा में नाव डूबने की घटनाएं दुःखद। जिला प्रशासन को मैंने यह निर्देश दिया है कि वे मृतकों के आश्रितों को अविलंब अनुग्रह राशि उपलब्ध कराएं। https://t.co/vC7VTmGlEw
— Nitish Kumar (@NitishKumar) August 5, 2020
आपको बता दें कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बाढ़ की वजह से राज्य में अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं राज्य की 66,60,655 लाख लोग इससे बुरी तरह प्रभावित हैं। अब तक 12,202 लोगों को आपदा राहत केंद्रों में शिफ्ट किया जा चुका है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को आदेश दिए। नीतीश कुमार इस दौरान दरभंगा के एक राहत बचाव केंद्र और कम्युनिटी किचन भी गए और हालात का जायजा लिया।