पाकिस्तान के केंद्रीय मंत्री फवाद चौधरी का पुलवामा हमले को लेकर दिया एक बयान कल चर्चा का विषय था। उनके बयान में पाकिस्तान का वह कबूलनामा था जिससे वह काफी समय से इनकार करता रहा है। फवाद ने अपने बयान में पुलवामा हमले को पाकिस्तान सरकार की बड़ी उपलब्धि बताया था। इसका श्रेय उन्होंने पाकिस्तानी पीएम इमरान खान और उनकी पार्टी को दिया था।
अब फवाद चौधरी अपने ही बयान से पलटते नजर आ रहे हैं। इसे पाकिस्तान सेना या सरकार का दबाव कहें या दुनिया भर में इस बयान के सामने आने के बाद पाकिस्तान की हुई बेइज़्ज़ती का नतीजा लेकिन अब फवाद अपने बयान से पलटी मार गए।
एक समाचार चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा कि उनका बयान 26 फरवरी को लेकर था न कि 14 फरवरी को लेकर। मैंने 26 फरवरी की उस घटना पर बयान और बधाई दी जिसमे भारत द्वारा की गई एयरस्ट्राइक का जोरदार जवाब पाकिस्तान की तरफ से दिया गया था।
फवाद चौधरी का झूठ यहीं खत्म नही हुआ। फवाद ने यह भी कहा कि 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले की जांच के लिए हमारे पीएम इमरान ने पहल की थी लेकिन भारत ने कोई सबूत नही सौंपा। इसके अलावा फवाद चौधरी ने भारत की मोदी सरकार पर ही आरोप मढ़ दिए।
उन्होंने कहा कि भारत की यह सरकार हमेशा जंग की बात करती है। बहरहाल पहले दिए बयान के बाद अब उनकी यह सफाई पाक के साख पर लगे बट्टे को कितना मिटा पाएगी यह देखने वाली बात है।