अल्पसंखयो को बराबरी का दर्ज़ा देने और मानवता की दुहाई देने वाले पाकिस्तान में अल्पसंखयो के ऊपर लगातार हमले जारी है. इसकी एक और मिसाल कराची में देखने को मिली जब वहां प्राचीन हनुमान मंदिर को ढहा दिया गया. यही नहीं इसके साथ-साथ वंहा पर रहने वाले 20 हिन्दू परिवारों के घर भी तोड़ दिए गए.
मंदिर के पुजारी का आरोप है की एक स्थनीय बिल्डर यहाँ पर ईमारत बनाना चाहता था जिसका हिन्दू समाज ने विरोध किया. विरोध होता देख बिल्डर ने ये वादा किया था की मंदिर को कोई नुक्सान नहीं पहुंचाया जाएगा मगर लॉकडाउन में चुपके से रात के समय मंदिर गिरा दिया गया. यही नहीं पुलिस और प्रसाशन भी उसके साथ मिले हुए है. शिकायत करने के बाद भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है. यही नहीं, मंदिर के साथ साथ वह रहने वाले 20 हिन्दू परिवारों के घरों को भी बिल्डर ने नुक्सान पहुँचाया है. अब उन्हें वहां से जगह खाली कर किसी और जगह जाने की धमकी दी जा रही है. ये पहला मौका नहीं है जब पाकिस्तान में अल्पसंखयको के ऊपर अत्याचार होने की खबर सामने आयी है. आपको बतादें की पिछले दिनों जब पकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान ने एक मंदिर बनाने के लिए 10 करोड़ देने की घोषणा की थी तो पाकिस्तान में उसका भारी विरोध हुआ था.