इस साल की शुरआत से ही चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को आलोचनाओं का शिकार होना पड़ रहा है. चाहे वह कोरोना वायरस का मामला हो, भारत के साथ सीमा विवाद हो या अमरीका के साथ बढ़ते तनाव का मामला हो. लेकिन अब ये आवाज़े खुद जिनपिंग के घर से ही उठने लगी है. चीन के प्रमुख सेंट्रल पार्टी स्कूल की पूर्व प्रफेसर छाई शीआ ने जिनपिंग की नीतियों की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने कहा की जिनपिंग की आक्रामक नीतियों के चलते देश बर्बाद होने की स्थिति की ओर जा रहा है जो सही नहीं है.
शीआ का एक ऑडियो क्लिप वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने ये बातें कहीं है. इससे पहले जून में यूके के गार्जियन अखबार को दिए एक इंटरव्यू में शीआ ने कहा था की चीन में अपनी नाकामी छुपाने के लिए जिंगपिंग अपने पड़ोसियों और अमेरिका से जानबूझकर मुसीबत मोल ले रहे है ताकि देश के लोगों का ध्यान घरेलू आर्थिक और सामाजिक मुद्दों से भटकाया जा सके जो उनके लिए बेहद ज़रूरी है. इस क्लिप के वायरल होने के बाद उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. इसके अलाव उन्होंने राष्ट्रपति के रूप में आजीवन कार्यकाल के लिए दो कार्यकाल की सीमा को हटाने के लिए संवैधानिक संशोधन के मामले पर भी जिनपंग की कड़ी आलोचना की.
उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया की बहुत से लोग पार्टी छोड़ना चाहते है पर उनमें इतनी हिम्मत नहीं है. पर मुझे अब किसी से दर नहीं लगता और अब मैं खुलकर अपने दिल की बात कहूँगी. यह पहला मौका नहीं है जब अपने घर में ही शी जिनपिंग आलोचना का शिकार होना पड़ा हो. मगर हर बार आलोचना करने वाले की आवाज़ दबादी जाती है.