यूक्रेन-रूस के बीच शांति का रास्ता निकाल सकते हैं भारत समेत ये 30 देश

यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध के 524 दिन बीत चुके हैं और अभी भी दोनों देश एक-दूसरे पर हमलावर हैं,  लगातार मिसाइल दाग रहा है।
बीते दिन रूस ने यूक्रेन के क्रिवी रिह पर दो मिसाइलें दागी तो यूक्रेनी ड्रोन ने भी  रूस की सीमावर्ती क्षेत्र ब्रांस्क के पुलिस स्टेशन पर हमला किया।
वहीं दूसरी ओर सऊदी अरब के जेद्दा शहर में आगामी 5 और 6 अगस्त को यूक्रेन युद्ध पर होने वाली बैठक में शांति की राह निकलने की आसार दिख रही है।
यह पहली बार है जब  यूक्रेन के शांति प्लान को केंद्र में रखकर एक बहुपक्षीय अंतरराष्ट्रीय बैठक किसी गैर यूरोपीय देश में होने जा रही है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के चीफ ने कहा कि बैठक में यूक्रेन के 10 सूत्रीय शांति फार्मूले पर वार्ता होगी जिससे यूक्रेन में ना केवल शांति लौटेगी बल्कि दुनिया भर में युद्ध को टालने का मैकेनिज्म तैयार होगा।
पिछले सप्ताह अफ्रीकी नेताओं की पहल पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी कहा कि यूक्रेन युद्ध में शांति के आसार भूमिका तैयार हो सकती है  साथ ही चीन के 12 सूत्रीय शांति प्रस्ताव को भी समर्थन दिया।
यूक्रेन का  शांति के लिए प्रमुखता से निम्न मांगों पर जोर है, यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता की बहाली, रूसी सैनिकों की वापसी, कैदियों की रिहाई, आक्रामकता के दोषियों को सजा देने के लिए ट्रिब्यूनल का गठन और यूक्रेन की सुरक्षा गारंटी।
सऊदी अरब में होने वाली बैठक के बाद साल के अंत में एक शांति सम्मेलन बुलाए जाने का भी प्रयास प्रस्ताव सामने आया है।
सऊदी अरब ने अगस्त के इस बैठक में तुर्की,जापान, दक्षिण अफ्रीका समेत कुल 30 देशों को निमंत्रण भेजा गया है लेकिन रूस को आमंत्रित नहीं किया गया है।
सऊदी सरकार ने बैठक में यूक्रेन की सुरक्षा और कूटनीतिक सालाहकारों समेत कीव के प्रमुख सहयोगी देशों जैसे ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ को भी बुलाया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *