बहुजन समाज पार्टी (BSP) की नेता मायावती ने हरियाणा में सांप्रदायिक हिंसा पर काबू पाने में विफल रहने के लिए बुधवार को खट्टर सरकार की आलोचना की मायावती ने ये कहा कि इस हिंसा से साबित होता है कि मणिपुर की तरह इस उत्तरी राज्य में भी कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है।
हरियाणा के नूंह में विश्व हिंदू परिषद के जुलूस पर जमकर पथराव और हमला किया गया इस दौरान हिंसा भड़क गई जमकर तोड़फोड़ की गई और कई किलोमीटर तक गाड़ियों में दंगाइयों ने आग लगा दी इस हिंसा की आग आस-पास के क्षेत्रों में भी भड़क गई है
बसपा चीफ मायावती ने कहा कि ये पूरी हिंसा विश्व हिंदू परिषद की यात्रा पर पथराव के बाद शुरू हुई इससे साफ है कि हरियाणा की राज्य सरकार इस यात्रा को सुरक्षा देने में पूरी तरह से विफल रही है बसपा चीफ ने ये भी कहा ऐसे मामलों में राज्य सरकार को काफी सोच-विचार करके और पूरी सतर्कता के साथ कदम उठाने चाहिए मगर यहां हरियाणा सरकार विफल रही है।
मायावती ने कहा अगर राज्य सरकार यात्रा को सुरक्षा प्रदान करने की स्थिति में नहीं थी, तो यात्रा की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए थी मायावती ने कहा कि ये सवाल हर किसी को राज्य सरकार से पूछना चाहिए।
इस घटना को देखकर लगता है कि हरियाणा सरकार के पास दंगा या इस तरह की कोइ भी हिंसा रोकने का कोई प्लान नहीं है।
यूपी सरकार के कदम को ठहराया उचित –
इस दौरान मायावती ने योगी सरकार के कदम को भी उचित ठहराया। मायावती ने कहा कि अब हरियाणा को अमन के लिए गंभीर कदम उठाने चाहिए और शांति की पहल शुरू कर देनी चाहिए. जिससे आगे माहौल ना विगड़े।
इस दौरान बीएसपी प्रमुख ने कहा कि इसकी आशंका को देखते हुए उत्तर प्रदेश की सरकार ने पहले से ही रेड अलर्ट जारी कर दिया था, जो उचित कदम था।