कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल राहुल गांधी के उस तथाकथित बयान से सबसे ज्यादा दुखी नजर आ रहे हैं जिसमे दावा किया गया था कि राहुल ने कांग्रेस के उन वरिष्ठ नेताओं पर बीजेपी से सांठगाठ की बात कही,जिन्होंने चिट्ठी लिख कांग्रेस में बड़े बदलाव की मांग की थी। कपिल सिब्बल को राहुल की यह बात नागवार गुजरी और अब उन्होंने ट्विटर पर अपने बायो से कांग्रेस का नाम तक हटा दिया है। हालांकि इन बातों के बीच एक समय जब उन्होंने पार्टी में योगदान से संबंधित ट्वीट डिलीट किया तो ऐसा लगा था कि सब ठीक है।
कपिल सिब्बल सोमवार से ही लगातार एक के बाद एक ट्वीट किए जा रहे हैं। अब तक उन्होंने सीधे तौर पर कांग्रेस के खिलाफ तो कुछ नही कहा लेकिम उनके एक के बाद एक ट्वीट उनके ऐतराज को बताने के लिए काफी हैं।बुधवार को उन्होंने अपने नए ट्वीट में विरोध और समर्थन की बात की है।उन्होंने लिखा है, ‘सिद्धांतों के लिए लड़ते समय… जीवन में, राजनीति में, अदालत में, सामाजिक कार्यकर्ताओं के बीच या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर…विपक्ष (विरोध करने वाले) तो मिल ही जाता है…समर्थन का इंतज़ाम करना पड़ता है…’
इससे पहले मंगलवार को किये अपने एक ट्वीट में सिब्बल ने लिखा था,’यह किसी पद के बारे में नहीं, यह मेरे देश के बारे में जो सबसे अहम है।’ आपको बता दें कि कपिल सिब्बल का नाम भी चिट्ठी लिखने वाले नेताओं की लिस्ट में शामिल था। जिसके बाद सोनिया गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की, हालांकि उनका इस्तीफा स्वीकार नही हुआ और अगले एक साल के लिए वह अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी। कपिल सिब्बल के अलावा गुलाम नबी आजाद भी राहुल के बयान पर आपत्ति जता चुके हैं।