मिजोरम के राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लई ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के समय को व्यर्थ नहीं जाने दिया बल्कि किताबें और कविताएं लिखकर राजभवन में अपने खाली वक्त का सदुपयोग किया।
उन्होंने मार्च से लेकर अब तक कम से कम 13 किताबें लिखीं जिनमें अंग्रेजी तथा मलयालम भाषाओं में लिखीं कविताओं का संग्रह भी शामिल है।पिल्लई ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन से उन्हें किताबें पढ़ने तथा लिखने के लिए और अधिक खाली वक्त मिला।
आपको बता दें कि इससे पहले भी उनकी 105 किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं। उनकी पहली किताब 1983 में प्रकाशित हुई थी। लॉकडाउन तोड़ने के लोग जहां नए नए बहाने बनाते रहे, नियमों का उल्लंघन करते रहे और घर मे बोर होने की बातें भी सामने आई ऐसे में समय का इससे अच्छा सदुपयोग शायद ही देखने को मिले। महामहिम द्वारा लिखी गई इन किताबों का विमोचन मुख्यमंत्री द्वारा शनिवार को एक कार्यक्रम में किया गया।