बनारस में लगातार मंदिरों-मस्जिदों के बनने और विध्वंस से हर रोज कुछ नया टूट और उभर रहा है। कहा जा रहा है कि बस कुछ महीनों में बाबा विश्वनाथ की नगरी की विरासती दरख्तें काट दी गई।