भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए 15 अगस्त को एक के बाद 2 झटके लगे. पहले भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास की घोषणा की और उसके थोड़ी देर बाद ही भारतीय टीम के धुरंधर बल्लेबाज़ सुरेश रैना ने भी इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर कर संन्यास लेने की घोषणा कर डाली. यह दोनों खबरे क्रिकेट प्रेमियों के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं थी.
दोनों दिग्गज खिलाड़ियों के एक साथ संन्यास लेने से हर कोई हैरान था. और हैरानी इस बात की ज्यादा थी कि इन दोनों महान खिलाड़ियों ने संन्यास लेने के लिए 15 अगस्त का दिन ही क्यों चुना. तो आइये हम आपको बताते की दोनों ने ऐसा क्यों किया.
ये केवल इत्तेफाक नहीं है की दोनों ने एक ही दिन एक ही समय पर संन्यास लिया. ये एक सोची समझी प्लैंनिंग के तहत हुआ है. इसका खुलासा खुद सुरेश रैना ने किया. एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में रैना ने बताया की धोनी की जर्सी का नंबर 7 है और मेरी जर्सी का नंबर 3 है और भारत को शनिवार को आज़ादी मिले 73 साल पूरे हो गए थे. इसलिए हमने सोचा की अंतराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के लिए इससे अच्छा और कोई दिन नहीं हो सकता।
रैना ने ये भी बताया की संन्यास लेने के बाद वो और धोनी गले लगकर काफी देर तक रोते रहे. संन्यास की घोषणा करने के बाद दोनों पूर्व खिलाड़ियों ने साथियो और रिश्तेदारों के साथ रात भर पार्टी भी की.