बांग्लादेश की प्रधानमन्त्री शेख हसीना ने भरी सभा में एक ऐसा बयान दिया जिसके बाद बांग्लादेश की राजनीति में भूचाल आ गया है. शेख हसीना ने बीएनपी नेता खालिदा जिया और उनके बड़े बेटे तारीक रहमान पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है की 2004 में हुए एक हमले में उन्हें मरवाने चाहते थे.
हसीना ने ये बयान हमले की 16वीं बरसी के अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए आया है. हमला ढाका के बंगबंधु ऐवन्यू में आवामी लीग द्वारा आयोजित आतंकवादी-रोधी रैली में किया गया था जिसमें 50 लोग मारे गए थे और 500 से अधिक लोग घायल हुए थे.
हसीना ने आरोप कहा की ‘खालिदा जिया और उसका बड़ा बेटा तारिक रहमान बंगबंधु ऐवन्यू में ग्रेनेड हमले में मुझे मारना चाहते थे. तत्कालीन बीएनपी-जमात सरकार ने आतंकवादियों को ट्रेनिंग और बाकी साजो-सामान मुहैया करवाया और हमले की साजिश रची. हमले के बाद जब में बच गई तो मैं बच गई तो आतंकवादियों को यहां से भागने में मदद भी की.’ इसके अलावा कार्यक्रम में 1971, 1975 और 2004 में मारे गए लोगों की याद में एक मिनट का मौन भी रखा गया.