‘राज्य में शांति और सद्भाव को भंग करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ़ कड़ी कार्रवाई होगी’ : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान बोले

खालिस्तानी सरगना अमृतपाल सिंह की तलाश का चौथा दिन चल रहा हैं। पंजाब की अमन चैन और देश की तरक्की हमारी प्राथमिकता है। देश के खिलाफ काम करने वाली किसी भी ताकत को हम बख्शेंगे नहीं।

इस राज्य के लोग शांति और प्रगति चाहते हैं, भगवंत मान ने कहा, खालिस्तानी नेता के खिलाफ़ कार्रवाई के बाद हिंसा की कोई घटना नहीं हुई हैं।

अमृतपाल सिंह के चाचा हरजीत सिंह और दो अन्य सहयोगियों को आज सुबह असम के लिए रवाना किया गया। उसके अन्य चार गिरफ्तार साथियों को भी रविवार को डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल ले जाया गया।

सात लोगों पर कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत आरोप लगाया गया है, जो पुलिस को देश भर में किसी भी जेल में संदिग्धों को हिरासत में लेने की अनुमति देता हैं।

पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने आज पंजाब पुलिस को फटकार लगाई और खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह के खिलाफ़ उनके अभियान पर एक स्थिति रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।

अदालत ने कहा कि खालिस्तानी नेता का भागना राज्य की पुलिस की खुफिया विफलता हैं। ऐसा लगता है कि अमृतपाल सिंह के खिलाफ शस्त्र अधिनियम का हवाला देते हुए एक नई प्राथमिकी के साथ केंद्र इस मामले को एक आतंकी जांच के रूप में लेने के लिए आगे बढ़ रहा है।

नए मामले में खालिस्तानी नेता को “आरोपी नंबर वन” नामजद किया गया हैं। अमृतपाल सिंह के खिलाफ़ कार्रवाई को लेकर अमेरिका और ब्रिटेन में भारतीय मिशनों पर कट्टरपंथियों द्वारा हमला किए जाने के बाद सत्तारूढ़ बीजेपी ने सिख निकायों से खालिस्तानी समर्थकों को “अलग-थलग” करने की अपील की हैं।

सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर कल का हमला लंदन की उस घटना के एक दिन बाद हुआ जिसमें कुछ खालिस्तानी समर्थकों ने भारतीय उच्चायोग भवन से राष्ट्रीय ध्वज नीचे खींच लिया था।

भारत ने दोनों देशों के सामने इस मामले को मजबूती से उठाया हैं। तरनतारन, फिरोजपुर, मोगा, संगरूर और अमृतसर के अजनाला सहित पंजाब के कुछ हिस्सों में गुरुवार दोपहर तक मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद रहेंगी।

पड़ोसी हरियाणा भी हाई अलर्ट पर हैं। गृह मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि अमृतपाल सिंह आत्मघाती हमलों को अंजाम देने के लिए युवाओं को बपतिस्मा देने के लिए एक राज्यव्यापी जुलूस निकालने की योजना बना रहा था।

उन्होंने कहा कि खालिस्तानी नेता पाकिस्तान से अवैध रूप से मंगाए गए हथियारों को जमा करने के लिए नशामुक्ति केंद्रों का इस्तेमाल कर रहा था।

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