संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ गत वर्ष भाषण देने के आरोप में जेल में बंद डॉ कफील खान को जेल से रिहा कर दिया गया है। वह अलीगढ़ में भडकाऊ भाषण देने के मामले में पिछले सात महीने से मथुरा जेल में बंद थे। उनपर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) भी लगाया गया था। अब इलाहाबाद हाइकोर्ट से उन्हें रिहा करने का आर्डर जारी होने के 12 घंटे बाद रिहा कर दिया गया।
जेल से रिहा होने के बाद कफील खान ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सात महीने का जेल में बीता समय काफी कठिन रहा। उन्होंने रामायण का जिक्र करते हुए कहा कि मैंने रामायण में पढ़ा है कि राजा को राजधर्म का पालन करना चाहिए और राजहठ नही करना चाहिए लेकिन मेरा राजा बालहठ कर रहा है। उन्होंने सरकार पर बदले की भावना जैसी कार्रवाई का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने असम और बिहार में बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद की भी इच्छा जताई है।