बिहार सरकार के एक फैसले ने दो लाख से ज्यादा छात्र-छात्राओं को खुश होने का मौका दे दिया है। दरअसल बिहार सरकार ने अपने एक आदेश में उन 2,14,287 छात्र-छात्राओं को पास करने का निर्णय लिया है जो मैट्रिक या इंटर की परीक्षा में एक या दो विषय मे किसी वजह से फेल हो गए थे। ऐसे छात्रों को अब सम्प्लीमेंट्री या कंपार्टमेंटल परीक्षा देने की भी जरूरत नही है। सरकार ने यह फैसला कोरोना महामारी के बढ़े प्रकोप को देखते हुए लिया है।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति, पटना की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि बिहार सरकार ने कोरोना महामारी के चलते मैट्रिक और इंटर परीक्षा में एक या दो विषयों में फेल छात्रों को एक्स्ट्रा नंबर का ग्रेस देकर पास करने का निर्णय लिया है। समिति और सरकार के इस फैसले से न सिर्फ अब दुबारा एग्जाम कराने से बचा जा सकेगा बल्कि काफी हद तक भीड़ से भी बचाव होगा। इसके अलावा बच्चों का एक साल का समय भी बचेगा। कोरोना के इस दौर में जब सारी चीजें अनिश्चित हैं ऐसे में परीक्षा आयोजित कराना एक बड़ी चुनौती मानी जा रही थी।