बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के सुंदर लाल अस्पताल से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। कोरोना संक्रमित मरीजों के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल ने मरीज की किडनी भी निकाल ली है। यह सारा आरोप मरीज के परिजनों ने उस घटना के बाद लगाया है जिसमे कोरोना संक्रमित एक मरीज पहले रहस्यमय ढंग से अस्पताल से गायब हुए और बाद में उसकी लाश अस्पताल से सटे नाले से बरामद की गई।
दूसरी तरफ इस पूरे मामले पर अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेन्डेन्ट प्रोफेसर एसके माथुर ने अपनी तरफ से सफाई दी है। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि 11 अगस्त को सड़क हादसे में सिर में चोट लगने के बाद मरीज को अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था। बाद में कोरोना टेस्ट कराने पर मरीज की रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी और फिर उसे कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया था। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि ऐसा लगता है कि मरीज ने अस्पताल की दूसरी मंजिल से पाइप के सहारे उतरने की कोशिश की और पाइप टूट गया जिसकी वजह से मरीज नाले में गिरा और उसकी मौत हो गई।