प्यार पर पहरे के बाद यही चीज याद आती है. मुद्दे बदले, देश में कई बदलाव आये, हम आज़ाद हुए अधिकार मिले, आधुनिक हुए लेकिन जब बात धर्म,मजहब और जाति की आई तो राजनीति की आड़ में हम हैवान बन बैठे.