कलाम न होते तो क्या होता?

कलाम न होते तो भारत का क्या होता? इसका जवाब बहुत सरल है। शायद आज भारत अंतरिक्ष के मामले में इतना सम्पन्न न होता। शायद हमारे लिए आज भी “चंदा मामा दूर के होते।”

राष्ट्र का वह मुसलमान राष्ट्रपति जिसे दुनिया दिल से करती है सलाम, नाम है उसका अब्दुल कलाम

दुनिया की 24 यूनिवर्सिटी ने उन्हें डॉक्टरेट की मानद उपाधि दी। भारत को उन्होंने परमाणु सम्पन्न बनाया। देश को विज़न 2020 कर के एक ख्वाब दिखाया। टायफेक जैसी संस्था दी। लाखों को उम्मीद और करोड़ों को मकसद दिया। पोखरण में परमाणु विस्फोट कर अटल जी के सपने को साकार कियावो भी अमेरिका को झांसा देकर।