पाकिस्तान के लाहौर से एक शर्मनाक घटना सामने आयी है. फ्रांस की रहने वाली एक महिला के साथ उसके बच्चों के सामने सामूहिक बलात्कार का मामले सामने आया है. इस मामले ने पाकिस्तान में तूल पकड़ लिया है और पीड़िता के इन्साफ के लिए लोग सड़कों पर उतर आए है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मामला लाहौर के पास का है. महिला देर रात अपने बच्चों के साथ लाहौर से गुजरांवाला जा रही थी. बीच रास्ते में उसकी गाड़ी ख़राब हो गई. महिला ने पुलिस को मदद के लिए फ़ोन किया पर जबतक पुलिस वहाँ पहुँचती, कुछ लोग उनके पास आये, गाड़ी का शीशा तोड़ महिला को ज़बरन
बाहर निकाला और पास ही के खेतों में ले जाकर उसके बच्चों के सामने सामूहिक बलात्कार किया. आरोपी पीड़िता का सारा सामान और मोबाइल भी लूट कर ले गए ताकि वह किसी को घटना की जानकारी न दे सके.
पुलिस ने इस मामले में 15 लोगों को गिरफ्तार किया है मगर मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गिरफ्तार किये गए 15 लोगों का घटना से कोई लेना-देना नहीं है. इस जानकारी के बाहर आते ही लोगों में गुस्सा फूट पड़ा और इंसाफ की मांग को लेकर लोग सड़को पर जमकर बवाल काटा. हद तो तब हो गई जब मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी उमर शेख ने पीड़िता को ही इस घटना का ज़िम्मेदार ठहरा दिया.
उम्र शेख ने मीडिया से बात करते हुए कहा की पाकिस्तान का समाज लड़कियों को इतनी रात बाहर घूमने की इजाज़त नहीं देता. पीड़ित महिला को देर रात बाहर नहीं निकलना चाहिए था. ये फ्रांस नहीं पाकिस्तान है. इस बयान ने आग में घी का काम किया और लोगों का गुस्सा सड़कों पर फूट पड़ा. इन्साफ की मांग को लेकर पूरे पाकिस्तान में प्रदर्शन जारी है.
Azadi! pic.twitter.com/hVlWI0bhB9
— Aurat Azadi March Islamabad (@AuratAzadiMarch) September 12, 2020
वहीँ दूसरी ओर मानवाधिकार मंत्री शीरीन मजारी ने कहा है इस तरह का पुलिस का गैरज़िम्मेदाराना बयान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सरकार इस घटना को बड़ी गंभीरता से ले रही है. सभी आरोपी जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे.
For an officer to effectively blame a woman for being gang raped by saying she should have taken the GT Road or question as to why she went out in the night with her children is unacceptable & have taken up this issue. Nothing can ever rationalise the crime of rape. That's it.
— Shireen Mazari (@ShireenMazari1) September 10, 2020