बनारस, काशी कहें या कहें वर्णसिंएक ऐसा शहर जिसकी पहचान ही शिव हैं। जिसका अस्तित्व ही गंगा है। जो संस्कृति और मोक्ष का केंद्र रहा है। भला उस शहर में गलत के पक्ष में कोई बात कैसे उभर सकती है। चिंता न कीजिये ऐसा हुआ भी नही है। बल्कि इस शहर ने तो भटकों को रास्ता दिखाया है और भगवान भोले के सम्मान में क्रांति का एक अलग बिगुल सा बजाया है।
पिछले दिनों देश मे दो अहम घटनाएं हुई। एक घटना अभिनेत्री कंगना रनौत के आफिस मणिकर्णिका फिल्म्स पर बीएमसी के बुल्डोजर चलाने की हुई। पूरा देश जानता है कि यह घटना शिवसेना सांसद संजय राउत से उनकी बढ़ी तल्खी और बयानों की वजह से हुई और उसके बाद राजनीति से प्रेरित ऑफिस तोड़ने की घटना को अंजाम दिया गया। इसके बाद बनारस के लोगों ने इस घटना पर गुस्सा जाहिर करते हुए हरे रंग की चूड़ियां महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को भेज दीं।
दूसरी घटना की बात करें तो एक फ़िल्म की शूटिंग बनारस में चल रही थी। इस फ़िल्म का नाम लव यू शंकर बताया जा रहा है। इस फ़िल्म के एक गाने की शूटिंग चल रही थी। बैकग्राउंड में भगवान शंकर के पोस्टर लगे थे और उसके सामने छोटे कपड़ों में अश्लीलता फैलाते (लोगों ने ऐसा माना और कहा) कुछ कलाकार डांस सीमा शूट कर रहे थे। इसी के बाद इस फ़िल्म का विरोध शुरू हुआ और देखते ही देखते लोगों की भीड़ विरोध करने जुट गई जिसके बाद पहुंची पुलिस ने शूटिंग रोक दी है।