भारत सरकार ने फिर से विदेशों में कोरोना के वैक्सीन के निर्यात को मंजूरी दे दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को ‘वैक्सीन मैत्री’ कार्यक्रम के तहत और वैश्विक ‘कोवैक्स’ पहल को लेकर भारत द्वारा अक्टूबर, 2021 से कोरोना वायरस वैक्सीन का निर्यात फिर से शुरू करने की घोषणा की। करेगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भारत सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को शुक्रिया कहा। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉक्टर टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस ने कहा कि भारत के इस फैसले से दुनिया के सभी देशों में 40 फीसदी टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करने में सहायता मिलेगी।
गौरतलब हो कि देश में भारी संख्या में कोविड वैक्सीन का निर्माण किया जा रहा है। साथ ही 80 करोड़ से अधिक लोगों को टीका भी लगाया जा चुका है। कोरोना की दूसरी लहर से पहले भारत सरकार ने ‘वैक्सीन मैत्री कार्यक्रम’ की शुरुआत की थी जिसके तहत कई देशों को वैक्सीन दी गई थी।
इस वर्ष आई महामारी की दूसरी लहर के प्रकोप के चलते देश में टीकों की आपूर्ति को पूरा करने के लिए वैक्सीन के निर्यात पर रोक लगानी पड़ी थी। अब दुबारा निर्यात शुरू करने के फैसले पर खुशी जताते हुए डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉक्टर टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस ने कहा, ”
‘कोवैक्स’ पहल के तहत भारत की ओर से अक्टूबर में महत्वपूर्ण वैक्सीन शिपमेंट फिर से शुरू करने की घोषणा के लिए स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को धन्यवाद। यह वर्ष के अंत तक सभी देशों में 40 फीसदी टीकाकरण के लक्ष्य तक पहुंचने के समर्थन में एक महत्वपूर्ण घोषणा है।”
इसपर मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि यह ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के हमारे आदर्श वाक्य के अनुरूप है और अतिरिक्त टीकों की आपूर्ति का इस्तेमाल कोविड-19 के खिलाफ सामूहिक लड़ाई के लिए दुनिया के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए किया जाएगा।
गावी, कोलिशन फॉर एपिडेमिक प्रिपेयर्डनेस इनोवेशन (सीईपीआई) और डब्ल्यूएचओ ‘कोवैक्स’ पहल का सह-नेतृत्व कर रहे हैं।