जनता दाल यूनाइटेड सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की जमानत याचिका पर सुनवाई टल गई है जिसका मतलब यह है की उन्हें अभी कुछ दिन और जेल में ही बिताने पड़ेंगे. केस की सुनवाई 27 नवंबर तक के लिए टाल दी गई है जिसका अर्थ यह है की इस साल भी दिवाली वह जेल में ही मनाएंगे.
झारखंड हाई कोर्ट के न्यायाधीश अपरेश कुमार सिंह की अदालत में सुनवाई चल रही थी जिसके दौरान सीबीआई के वकील ने सबूत दिखने के लिए और समय की मांग की जिसके चलते सुनवाई को टालना पड़ा. RJD के समर्थक उम्मीद लगाकर बैठे थे की चुनाव के नतीजे आने से पहले लालू प्रसाद यादव को बेल मिल जाएगी. लालू के बेटे और महागठबंधन के मुख्यमंत्री के चेहरे तेजस्वी यादव ने तो कई बार खुले मंच से इस बात का ऐलान किया था की 9 नवंबर को लालू प्रसाद यादव बाहर आएँगे और 10 तारीख को बिहार में महागठबंधन की सरकार बनेगी.
वहीँ अब दूसरी ओर लालू यादव के वकील प्रभात कुमार ने CBI पर साजिश का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है की CBI की साजिश के चलते आज सुनवाई को टालना पड़ा जिसके कारण लालू प्रसाद यादव को कुछ दिन और जेल में बिताने पड़ेंगे.
सुनवाई के बाद मीडिया से बात करते हुए प्रभात कुमार बोले “सीबीआई ने इंटेंशली ऐसा किया है. हमने 22 अक्टूबर को ही फाइल किया गया था बेल के लिए. आज 6 नवंबर है. उनके पास लगभग 15 दन का समय था. उसके बाद भी उनलोगों ने तैयारी नहीं की. जानबूझकर सीबीआई ने काउंटर एप्लीकेशन नहीं फाइल की जिससे लालू प्रसाद यादव को जेल में ही रहना पड़े. अब 23 नवंबर तक उन्हें कोर्ट में सब फाइल करना है.”