कोरोना काल मे जब यूएई में इंडियन प्रीमियर लीग के आयोजन का फैसला हुआ तब लगा कि शायद क्रिकेट का यह शार्ट और सबसे पसंदीदा फॉरमेट महीनों बाद क्रिकेट की वापसी का सबसे लोकप्रिय जरिया बनेगा। हालांकि आज आईपीएल की शुरुआत के बाद यह तमाम कयास और गलतफहमियां दूर हो गईं।
सबसे बड़ी बात यह रही कि खाली स्टेडियम से दर्शक नदारद थे ( इस बात की घोषणा पहले ही हो चुकी थी), आईपीएल के लाइव स्ट्रीमिंग को लेकर ढेरों उम्मीदें थी, हालांकि चेन्नई सुपरकिंग्स और मुम्बई इंडियनस के बीच पहले मैच में उम्मीद के मुताबिक दर्शक हॉटस्टार को नही मिले यह कहना इसलिए गलत नही होगा क्योंकि जहां कोरोना से पहले इसी प्लेटफार्म पर दर्शकों की संख्या करोड़ों में होती थी वह फाइनल ओवर तक महज 44 लाख सिमट कर रह गई।
खास बात यह है कि दर्शकों की यह संख्या तब थी जब महेंद्र सिंह धोनी मैदान पर थे और पहली ही गेंद पर आउट करार दिए जाने के बाद उन्होंने डीआरएस का सहारा लिया और डीआरएस एक बार फिर धोनी रिव्यु सिस्टम साबित हुआ और अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा। हालांकि इस लाइव स्ट्रीमिंग के दौरान बेहतरीन कमेंट्री पैनल और साउंड इफ़ेक्ट ने सब पहले की तरह है ऐसा बताने में कोई कसर बाकी नही छोड़ी इसके बावजूद कह सकते हैं वह दौर कोई और था यह दौर कुछ और है।