उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का माफियाओं के खिलाफ अभियान अनवरत जारी है। कल लखनऊ में मुख्तार अंसारी की अवैध संपत्ति पर बुल्डोजर चलाने के बाद आज माफिया डॉन अतीक अहमद पर बड़ी कार्रवाई प्रयागराज में की गई है। पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई में अतीक अहमद के कार्यालय समेत दो मकानों को पुलिस ने सील कर दिया। कुर्क संपत्ति की कीमत 35 करोड़ बताई जा रही है। इससे पूर्व बुधवार को पुलिस ने अतीक की 5 संपत्तियों को गैंगस्टर एक्ट 14 (1) के तहत सील किया था, जिसकी कुल कीमत 25 करोड़ थी। पुलिस ने अतीक की अन्य बेनामी संपत्तियों पर कार्रवाई करने के लिए डीएम को रिपोर्ट भेजी है, लेकिन अभी वहां से अनुमति नहीं मिली।
अतीक अहमद की कुल सात संपत्तियों पर कार्रवाई की मंजूरी मिल चुकी है। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने खुल्दाबाद स्थित चकिया मोहल्ला में स्थित 02 मकान जिसकी कीमत लगभग 2.5 करोड़ रुपये, चकिया में एक मकान जिसकी कीमत 24 करोड़ और करबला में कार्यालय का एक हिस्सा जिसकी कीमत 11 करोड़, ओमप्रकाश सभासद नगर व कालिन्दीपुरम स्थित 02 मकान जिसकी कीमत करीब 2.5 करोड़ व सिविल लाइंस में एमजी मार्ग स्थित इमारत जिसकी कीमत करीब 20 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इस तरह पुलिस ने दो दिन में 60 करोड़ की संपत्ति सील करने का दावा किया है।
आपको बता दें कि इससे पहले मुख्तार अंसारी पर बड़ी कार्रवाई करते हुए लखनऊ में अवैध रूप से कब्जा की गई इमारतें गिरा दी गई थी। इन कार्रवाइयों के बारे में बोलते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अपराधियों की अवैध सम्पत्तियों के उपभोग से हुई किराए की वसूली तथा इनके डिमोलिशन का खर्च भी अपराधियों से ही वसूला जाएगा।
साथ ही, पूरे प्रकरण में लिप्त अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ भी प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी, जिससे इस प्रकार के आपराधिक कृत्यों की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने यह भी कहा था कि अवैध कब्जेदारों/कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर निष्क्रांत सम्पत्ति पर अवैध कब्जे एवं अवैध निर्माण कराने के षड्यंत्र में शामिल माफिया मुख्तार अंसारी, उनके पुत्रगण तथा इस षड्यंत्र में शामिल सभी व्यक्तियों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
अवैध कब्जेदारों/कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर निष्क्रांत सम्पत्ति पर अवैध कब्जे एवं अवैध निर्माण कराने के षड्यंत्र में शामिल माफिया मुख्तार अंसारी, उनके पुत्रगण तथा इस षड्यंत्र में शामिल सभी व्यक्तियों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) August 27, 2020
अपराधियों की अवैध सम्पत्तियों के उपभोग से हुई किराए की वसूली तथा इनके डिमोलिशन का खर्च भी अपराधियों से ही वसूला जाएगा।
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) August 27, 2020
साथ ही, पूरे प्रकरण में लिप्त अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ भी प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी, जिससे इस प्रकार के आपराधिक कृत्यों की पुनरावृत्ति न हो।