अमेरिका की ट्रम्प सरकार की तरफ से जारी एक वार्षिक रिपोर्ट में पाक को खरी-खरी सुनाई गई है। इसी रिपोर्ट में भारत की तारीफों के पुल भी बांधे गए हैं। यह रिपोर्ट आतंकवाद के ऊपर आई है। इस रिपोर्ट में अमेरिका ने कड़े शब्दों का प्रयोग करते हुए पाक को आतंक का बताया है। साथ ही कहा है कि पाक में सरकार समर्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद न सिर्फ भारत बल्कि अमेरिका और पूरे एशिया महाद्वीप के लिए एक बड़ा खतरा बने हुए हैं।
ट्रम्प प्रशासन की इस रिपोर्ट में चेतावनी भरे लहजे में पाक को आतंक पर कड़ा रुख अपनाने की चेतावनी भी दी गई है। हालांकि इस रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख है कि पाक अमेरिका की चेतावनी को अब भी गंभीरता से लेने को तैयार नही जबकि अमेरिका इसी बात को मुद्दा बनाकर करोड़ो रूपये की मदद देने से इनकार कर चुका है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत लगातार पाकिस्तान की तरफ से होने वाले आतंकी हमले झेलता रहा है। भारतीय अधिकारियों ने इन हमलों के लिए लगातार पाकिस्तान को जम्मू कश्मीर में सीमा पार से होने वाले हमलों का जिम्मेदार ठहराया। इसके अलावा भारत अंदरूनी तौर पर माओवादी हिंसा का भी शिकार रहा है। हालांकि जिस तरह भारत इन चुनौतियों से निपट रहा है और जो कदम उठाए गए हैं। वह वाकई काबिले तारीफ हैं।
भारत के बारे में रिपोर्ट में यह भी लिखा गया है कि भारत सरकार ने अमेरिका और समान विचारधारा वाले देशों के साथ मिलकर आतंक और इज़के आकाओं को न्याय के कठघरे में खड़े होने का संकल्प दोहराया है। इस रिपोर्ट को कंट्री रिपोर्ट ऑन टेररिज्म नाम दिया गया है। इस रिपोर्ट को देखते हुए इसे पाक को आतंक के मसले पर अंतिम चेतावनी के तौर पर देखा जा सकता है। हालांकि यह देखना होगा कि अर्थव्यवस्था की बदहाली झेल रहा पाकिस्तान आतंक के प्रति कोई कड़ा रुख अपना अमेरिकी सहायता के लिए तैयार होता है या आतंक के आकाओं के लिए इसे ठुकराता है।