कांग्रेस के 84 वें अधिवेशन के दूसरे और अंतिम दिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को एक बड़ा अधिकार दे सिया गया। आज कांग्रेस के प्लेनरी सेशन में पार्टी अधिकारियों और शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में एक ऐसे प्रस्ताव पर मुहर लग गई जिसमें राहुल गांधी को यह अधिकार होगा कि वह अपनी नई टीम खुद चुनें। यह पूरा फैसला अब उनका होगा और इसके लिए चुनावी प्रक्रिया नही अपनाई जाएगी।
आपको बता दें कि हम जिन सदस्यों के चयन की बात कर रहे हैं वह कांग्रेस कार्यसमिति के लिए होते हैं। कांग्रेस में अहम फैसले लेने के लिए यही कार्यसमिति उत्तरदायी होती है। यही वजह है कि हर कांग्रेसी इसका सदस्य बनना चाहता है। हालांकि अब तक 25 सदस्यों वाली इस समिति में पार्टी अध्यक्ष के अलावा 24 और नेता शामिल होते थे। जिनमें 12 का चयन अध्यक्ष द्वारा किया जाता था और 12 सदस्यों के लिए चुनावी प्रक्रिया अपनाई जाती थी।
अब आज पास हुए प्रस्तव के बाद सभी सदस्यों का चयन अध्यक्ष कर सकेंगे। कुल मिलाकर देखें तो राहुल के हाथ मे यह सुपर पावर ही कही जाएगी क्योंकि अब वह न सिर्फ ड्रीम टीम बना पाएंगे बल्कि अपने करीबी युवा नेताओं को भी इसमे एंट्री दे पाएंगे। पहले यह काम थोड़ा मुश्किल था।