राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मरीज़ो की संख्या को देखते हुए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीपीसीसी) ने इस बार गणेश चतुर्थी पर पंडाल लगाने, मूर्ति विसर्जन करने और मुहर्रम पर किसी भी प्रकार के जुलूस निकालने पर पाबन्दी लगादी है. इस संदर्भ में सभी जिला मेजिस्ट्रेट को आदेश जारी भी कर दिया गया है.
मिली जारकारी के अनुसार गणेश चतुर्थी पर किसी को भी पंडाल लगाकर प्रतिमा स्थापित करने की अनुमति नहीं होगी. सामुदायिक तौर पर इस बार इस पर्व को मनाने पर पूरी तरह से पाबन्दी लगाई गई है. यही नहीं, सार्वजनिक स्थानों पर मूर्तियों के विसर्जन पर भी पाबन्दी जारी रहेगी. पिछले साल दिल्ली सरकार ने मूर्ति विसर्जन के लिए कृतिम तालाब बनवाये थे. मुहर्रम की बात करे तो इस बार मोहर्रम में भी जुलूस और ताजिया की अनुमति नहीं दी गई है. साथ ही सभी धर्म गुरुओं से आग्रह किया गया है की वह लोगों को इस बारे में जागरूक करे.
डीपीसीसी के अनुसार इस कानून का सख्ती से पालन करवाया जायेगा और किसी ने इस कानून को तोड़ा तो उसपर 50 हज़ार रूपए का जुर्माना लगाया जायेगा और साथ ही साथ सख्त कार्यवाही भी की जायेगी. इससे पहले उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने भी कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते अगस्त में पड़ने वाले त्योहारों श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी और मोहर्रम में जुलूस, झांकी और भीड़ पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया था.