कोरोना जांच का बना रिकॉर्ड, कुल आंकड़ें 5 करोड़ के पार, देखें

कोविड महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई में त्वरित और व्यापक जाँच ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत ने 5 करोड़ संचयी जाँच की संख्या को पार करते हुए आज एक और ऊँचाई को छुआ है।

भारत ने जनवरी 2020 में पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी लैब में मात्र एक टैस्ट से लेकर आज 5,06,50,128 तक का मार्ग तय किया है। देश में पिछले 24 घंटों में जाँच क्षमता में वृद्धि करते हुए 10,98,621 मामलों की जाँच की गई हैं।

औसत दैनिक जाँच (सप्ताह वार) में निरंतर वृद्धि का प्रदर्शन दर्ज की हैं। इसने जुलाई के तीसरे सप्ताह के (3,26,971) से सितंबर के पहले सप्ताह तक (10,46,470) 3.2 गुना वृद्धि दर्ज की गई है।

कोविड-19 के संदर्भ में सार्वजनिक स्वास्थ्य और सामाजिक उपायों को समायोजित करने के लिए “सार्वजनिक स्वास्थ्य मानदंड” पर अपने मार्गदर्शन नोट में, विश्व स्वास्थ्य संगठऩ ने देशों को संदिग्ध मामलों के लिए व्यापक निगरानी हेतु प्रति मिलियन जनसंख्या पर प्रति दिन 140 जाँच करने की सलाह दी है। भारत के लिए सप्ताह-दर-सप्ताह का डेटा इस मामले में एक बेहतर सुधार दर्शाता है।

डायग्नोस्टिक लैब के विस्तार के साथ प्रति मिलियन जाँच में वृद्धि की गई है। टीपीएम में 1 जुलाई के 6396 से आज 36,703 तक की वृद्धि दर्ज की गई है। देश में परीक्षण प्रयोगशाला नेटवर्क को लगातार मजबूत किया जाता है, देश में आज 1668 प्रयोगशालाऐं हैं; इसमें सरकारी क्षेत्र में 1035 प्रयोगशालाऐं और 633 निजी प्रयोगशालाऐं शामिल है:

• वास्तविक समय आरटी पीसीआर आधारित जाँच प्रयोगशालाएं: 846 (सरकारी: 467+निजी: 379)

• ट्रूनेट आधारित जाँच प्रयोगशालाएं: 700 (सरकारी: 534+निजी: 166)

• सीबीएनएएटी आधारित जाँच प्रयोगशालाएं: 122 (सरकारी: 34+निजी: 88

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