कोझिकोड प्लेन क्रैश के बाद एक शब्द काफी चर्चा में है। यह शब्द है ‘टेबलटॉप’,टेबलटॉप रनवे उन रनवे को कहते हैं जो पहाड़ियों के ऊपर या पहाड़ी इलाके में होते हैं। भारत में तीन टेबलटॉप रनवे हैं। इनमे से पहला मंगलुरु एयरपोर्ट कर्नाटक में स्थित है, दूसरा कोझिकोड एयरपोर्ट केरल में स्थित है वहीं तीसरा लिंगपोई एयरपोर्ट मिजोरम में स्थित है। इनकी चौड़ाई और लंबाई मैदानी क्षेत्र के रनवे से कम होती है। खराब मौसम की वजह से कम दृश्यता का खतरा बना रहता है। इन रनवे पर लैंडिंग और टेक ऑफ के लिए काफी अनुभवी पायलट की जरूरत होती है। एक छोटी सी गलती भी बड़ा खतरा कर देती है।
आपको बता दें कि कल केरल के कोझिकोड में हुए प्लेन क्रैश से पहले मंगलुरु एयरपोर्ट पर भी 22 मई 2010 में प्लेन क्रैश की घटना हो चुकी है। उस वक़्त भी लैंडिंग के वक़्त विमान फिसल कर खाई में गिर गया था। इस हादसे में कुल 166 में से 158 लोगों की मौत हो गई थी। दोनो हादसों में समानता की बात करें तो मंगलुरु एयरपोर्ट और कोझिकोड एयरपोर्ट टेबलटॉप रनवे हैं। वहीं दोनो ही एयरपोर्ट पर हादसे में एयर इंडिया का विमान क्रैश हुआ। तीसरी समानता की बात करें तो दोनों ही प्लेन दुबई से भारत आ रहे थे। दोनो ही हादसे लैंडिंग के वक़्त ही हुए थे।
गौरतलब है कि कल शाम 7 40 बजे केरल के कोझिकोड में लैंडिंग के वक़्त एयर इंडिया का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में पायलट सहित 17 लोगों की मौत हो गई है। कई की हालत गंभीर बनी हुई। यह विमान वंदे भारत मिशन के तहत दुबई से यात्रियों के दल को लेकर केरल के कोझिकोड पहुंचा था लेकिन खराब मौसम और कम दृश्यता की वजह से यह हादसा हुआ। हादसे के बाद विमान दो टुकड़ों में बंट गया और खाई में जा गिरा। एनडीआरएफ और आपदा बचाव दल की कई टीम राहत और बचाव कार्यों में लगाई गई हैं।