अवैध निर्माण के बाद अब अवैध खनन शब्द चर्चा का विषय बन गया है। अवैध निर्माण शब्द जहां कंगना रनौत के ऑफिस पर हुई बीएमसी के कार्रवाई के बाद चर्चा में आया था वहीं अब अवैध खनन का कनेक्शन राम मंदिर निर्माण से है। दरअसल राजस्थान सरकार ने भरतपुर जिले के बंशी पहाड़पुर इलाके में चल रहे गुलाबी पत्थरों के खनन पर यह कहते हुए रोक लगाई है कि खनन अवैध है। इन पत्थरों का प्रयोग राम मंदिर निर्माण में होना है।
आपको बता दें कि इसी इलाके से 2006 से पत्थर अयोध्या भेजे जा रहे हैं। अब तक करीब एक लाख घनफीट पत्थर अयोध्या भेजे जा चुके हैं और इनको तराशने का काम अंतिम दौर में है। राम मंदिर के निर्माण के लिए हुए भूमिपूजन के बाद इस काम मे और तेजी आई थी लेकिन अब राजस्थान सरकार के खनन विभाग द्वारा की गई कार्रवाई के बाद यह प्रक्रिया थम सकती है।
दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक बयाना के उपखंड अधिकारी संतोष कुमार मीणा ने का कहना है कि राम मंदिर तो बनेगा ही, लेकिन इसके लिए अवैध खनन को अनुमति नहीं दी जा सकती। उन्होंने बताया कि अवैध खनन का पत्थर ले जा रहे 50 ट्रकों को पिछले तीन दिन में रोका गया है। हालांकि यह नहीं कहा जा सकता कि ये सभी ट्रक अयोध्या जा रहे थे। इनमें से कुछ ट्रक आगरा की तरफ जाते हुए पकड़े गए हैं।
जानकारी के अनुसार बुधवार देर शाम जिला पुलिस अधीक्षक डॉ.अमनदीप कपूर ने बंशी पहाड़पुर में हो रहे खनन कार्य को अवैध बताते हुए पुलिस की टीम तैनात की है।