दुनिया के कई हिस्सों में कुछ दिनों से रोहिंग्या शरणार्थियों के मुद्दा छाया हुआ है। कहीं इनके प्रति हमदर्दी है तो कहीं नफरत। कहीं कोई देश दया दिखा रहा है तो कोई इन्हें आतंक के आकाओं के रूप में परिभाषित करता है। अब भारत सरकार की ही बात करें तो खुद केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह संसद में अपने संबोधन के दौरान यह कह चुके हैं कि रोहिंग्या देश के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं। उनपर नजर रखी जा रही है और जल्द ही उन्हें देश से बाहर निकालने की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
इसके अलावा उन्होंने देश को यह जानकारी भी दी कि सबसे ज्यादा रोहिंग्या किस राज्य में हैं। इन राज्यों में जम्मू कश्मीर, तेलंगाना, हरियाणा, हिमाचल और उत्तर प्रदेश जैसे राज्य सबसे आगे हैं। खैर अब बात करें कि यह कैसे और कहां से आये तो इसका जवाब है यह म्यांमार से अवैध रूप से भारत मे दाखिल हुए और वाकई भारत के लिए बड़ी समस्या बनते नजर आ रहे हैं। कम से कम जम्मू से आई खबर तो यही कहती है।
इस खबर के मुताबिक जो रोहिंग्या गरीब और लाचार माने जाते हैं। जिनकी आबादी काफी तेजी से बढ़ती नजर आ रही है। जो एक वक्त की रोटी के लिए भी मोहताज हैं और इज़के बावजूद उनकी झोपड़ी से अगर 30 लाख नगद मिले तो यह कहना लाजमी है कि यह उनके मेहनत की कमाई नही है। जी हां, जम्मू के चन्नी हिम्मत इलाके में पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि रोहिंगयाओं की बस्ती में एक झोपड़ी में काफी कैश रखा गया है। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की और यह सूचना सही साबित हुई।
इस बड़ी रकम को कचरे के ढेर के नीचे एक सूटकेस में दबा कर रखा गया था। दो आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ जारी है पुलिस को शक है कि इस पैसे का इस्तेमाल आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए किया जाना था। यह पैसे ह्यूमन ट्रैफिकिंग के जरिये इक्कठा किये गए इसका भी शक है। खैर बाकी कलई तो बाद में खुलेगी लेकिन यह तय है भारत मे रह कर भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।